मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास

मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास madhya pradesh ka mugal kal ka itihas

हेलो दोस्तों में pinky palashiya आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को आपके लिए लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास madhya pradesh ka mugal kal ka itihas से सबंधित जानकारी को हम इस लेख में देखंगे यह प्रतियोगिता परीक्षा की द्रष्ट्री  से बहुत  ही महत्वपूर्ण है 



मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास


मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास 

मुग़ल काल का  भारत पर लगभग 250 साल से भी पुराना है इतिहास कार के अनुसार करीब 250 साल से भी अधिक समय तक मुगलों ने भारत पर राज्य किया था मुग़ल काल का प्रारंभ 1526 में पानीपत के युद्ध में पहली बार बाबर ने भारत में प्रवेश किया . ऐसा नहीं के 1526 में ही बाबर भारत में आया था इससे पहले भी बाबर का आक्रमण होता रहा है लेकिन 1526 में बाबर ने इब्राहीम लोदी के खिलाफ एक पक्की सेना को लेकर आया था बाबर ने  भारत में प्रारंभ में 4 युद्ध लगत लडे . 1526 , 1527 , 1528 और 1529 में बाबर ने भारत में अपना स्थाई प्रभुत्व के प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तो बाबर को भारत में मुगल सत्ता स्थापित करने का श्रेय जाता है 


मुग़ल काल - मध्य प्रदेश 


मुगल काल का प्रारंभ 1556 से 1605 के बीच में रहा यह समय अकबर के शासनकाल का समय था 1561 ईस्वी में मुगल सेनापति आदम खान ने मलवा शासक बाज बहादुर को पराजित कर मालवा को मुगल साम्राज्य में विलय कर लिया था। 

  • 1564 में अकबर के सेनापति आसफ खान को गोंडवाना अभियान के लिए भेजा गया था 
  • रानी दुर्गावती के खिलाफ उसने युद्ध किया था 
  • अकबर में नवरत्न बीरबल का जन्म सीधी जिले में हुआ था 
  • अकबर के नवरत्न मुला दो प्याल की कब्र हरदा जिले के हंडिया में स्थित है 
  • जहांगीर 1605 से 1627 ई के बीच उसका शासन रहा था 
  • जहांगीर के कहने पर वीर सिंह बुंदेला ने अब्दुल फजल की हत्या कर दी थी 
  • जहांगीर महल का निर्माण ओरछा में वीर सिंह बुंदेला द्वारा कराया गया था 

गोंडवाना विजय 


गोंडवाना रियासत गोंड वालारियासत संस्थापक यादव राव संग्राम शाह वास्तविक नाम अहमद दास सिंगुरगढ़ किले दमोह बाजना मठ जबलपुर चौरागढ़ नरसिंहपुर का निर्माण कराया। रचना रसरतन माला प्रमुख दरबारी दामोदर ठाकुर इनका पुत्र दलपत शाह था 1564 में अकबर ने असफ खान को गोंडवाना विजय केलिए भेजा था  

रानी दुर्गावती का शासन 


रानी दुर्गावती रानी दुर्गावती चंदेल वंश की राजकुमारी थी जिनका विवाह गोंड शासक दलपत शाह से हुआ था मांडू शासक बाद बहादुर को पराजित किया इन्होंने दलपत  शाह की मृत्यु के पश्चात पुत्र वीर नारायण के संरक्षण बनाकर शासन किया था 



मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास




1156 से 1605 अवधि के दोरान , वर्तमान मध्य प्रदेश का सम्पूर्ण क्षेत्र मुग़ल साम्राज्य के अधीन आ गया था . लेकिन गोंडवाना और महाकोशल क्षेत्र गोंड शासक के नियंत्रण में  रहे है अकबर ने गोंडवाना में कई आक्रमण करवाए .

समाधि बरेला ग्राम जबलपुर 1564 में अकबर के सेनापति आसिफ खान से पराजित हुई शहीद हो गई। 
अकबर काल 

1;- अकबर ने सर्वप्रथम मालवा में अपनी सेना को भेजी थी मालवा का शासक बाज बहादुर को हराया था और इसके बाद  रानी रूप मति ने आत्महत्या  कर ली थी 

2;- खान देश पर की रजधानी बुरहानपुर को  जितने  के लिए साथ ही अकबर की आखरी विजय अस्रिगढ़ को जित लिया था .

3;- शाहजंहा के शासन काल में बुंदेला शासक के पुत्र झुंझार सिंग के खिलाफ सेना भेजी झुंझार बुंदेला ने आत्म  समर्पण किया था .

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दोस्तों इस लेख में हमने आपको मध्य प्रदेश में मुग़ल काल से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने रखा है जिससे अगर किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में  यह पूछा  जाये तो आप बहुत ही आसानी से इसे समझ सकते है मध्य प्रदेश में मुगल काल का इतिहास madhya pradesh ka mugal kal ka itihas मुग़ल काल मध्य प्रदेश रानी दुर्गावती का शासन मध्य प्रदेश के बारे में कुछ जानक से सम्बंधित जानकारी को देखेंगे 
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