वैदिक काल में मध्य प्रदेश का इतिहास बताइए vedik kal me madhya pradesh ka itihas in hindi
हेलो दोस्तों में pinky palashiya आज फिर आपके लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर आ रहा हु इस लेख में हम आपको वैदिक काल में मध्य प्रदेश का इतिहास बताइए vedik kal me madhya pradesh ka itihas in hindi से सम्बंधित जानकारी को देखेंगेमध्य प्रदेश का वैदिक काल
वैदिक काल का आदि ग्रंथ ऋग्वेद ऋग्वेद कालीन कार्यों का विस्तार इतना ही नहीं हुआ था कि वह मध्य प्रदेश के किसी भाग तक पहुंच सके हो उत्तर वैदिक काल की कुछ अन्यार्य जातियों के नाम अतिरिक्त ब्राह्मण में मिलते हैं जो मध्य प्रदेश के जंगलों में निवास करती थी इन जातियों ने निषादों का नाम विशेष रूप से उल्लेख है।
वैदिक काल प्राचीन भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण कालखंड है इस दौरान वेदों की रचना हुई थी हड़प्पा संस्कृति के पतन के बाद भारत में एक नई सभ्यता का उदय हुआ इस सभ्यता की जानकारी वेदों के आधार पर वैदिक सभ्यता कहलाती है।
परीक्षा सम्बंधित वैदिक काल
- मध्य प्रदेश में उत्तर वैदिक काल में निषाद अनार जाति का निवास स्थल था
- इस समय इच्छाबाकू वंश के शासक मचकुंनद ने मान्धाता नगर ओंकारेश्वर की स्थापना की थी
- हैहय यादव वंश शासक माहिष्मती ने माहिष्मती महेश्वर की स्थापना की थी
- वैदिक काल में नर्मदा का नाम रेवा चंबल का शर्मावती खेल का सूक्ति माती मिलता है।
मध्य प्रदेश के महाजनपद काल
मध्य प्रदेश में दो जनपद स्थित है
अवंती जनपद और चेदी जनपद
अवंती जनपद
चंबल व नर्मदा नदी के मध्य स्थित अवंती जनपद दो भागों में विभक्त है
1;- उत्तरी अवन्ती राजधानी उज्जैन
2;- महिष्मति राजधानी महेश्वर है
बोद्ध काल में अवन्ती उत्तर भारत के महाजनपदो में से एक है इसकी जानकारी अन्गुत्तारिय निकाय में है जैन ग्रन्थ भगवती सूत्र में इसी जनपद को मालवा कहा जाता है इस जनपद में मालवा , निवाड और मही प्रदेश कबिच का भाग इसमें आता है पुराण में भी बताया गया है की अवन्ती की स्थापना यदुवंशी क्षत्रिय दुवरा स्थापना की गई थी
इसके प्रमुख शासन चंदप्रघोंण इसके बाद नंदी वर्धन प्रमुख शासक रहे हैं
अवंती के अंतर्गत प्रमुख जनपद में
- बेस ग्वालियर
- अनूप निवाड क्षेत्र
- नलपुर शिवपुरी
- अनूप इसके अंतर्गत आते हैं
चेदी महाजनपद
यमुना नदी और विंध्याचल पर्वत के मध्य इसका विस्तार देखने को मिलता है बुंदेलखंड क्षेत्र इसके अंतर्गत आता है राजधानी सूक्ति माती मानी जाती है इसके अंतर्गत प्रमुख जनपद में
- दर्शन विदिशा।
- तुंडीकर दमोह
- ऐरन सागर आते हैं
दोस्तों इस लेख में हमने आपको वैदिक काल में मध्य प्रदेश से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने राखी है जो किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है वैदिक काल में मध्य प्रदेश का इतिहास बताइए vedik kal me madhya pradesh ka itihas in hindi मध्य प्रदेश के महाजनपद काल अवंती जनपद और चेदी जनपद से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने रखा है