उदयगिरि की पहाड़ी - मध्य प्रदेश udaygiri ki pahadi - madhya pradesh
हेलो दोस्तों में पिंकी पलाशिया आज फिर आपके सामने एक महत्वपूर्ण जानकारी को लेकर आ रही हु इस लेख में हम आपके साथ मध्य प्रदेश की एक महत्वपूर्ण जानकारी उदयगिरी की पहाड़ी आपके सामने रख रहे है जिसमे हम आपको उदयगिरी की पहाड़ी से सम्बंधित्त जानकारी को देखेंगे .
विध्याचल पर्वत
विन्ध्याचल पर्वत मध्य प्रदेश का एक महत्वपूर्ण पर्वत है जो पुरे मध्य प्रदेश में फेला हुआ है या यु कहें के पश्चिम से पूर्व तक विन्ध्याचल पर्वत का भाग फैला हुआ है यह भांडेर , मेकाल और कैमूर की पहाड़िया मध्य प्रदेश में फेली हुई है यह पुरे मध्य प्रदेश को पश्चिम से पूर्व की और फैली हुई है .
उदयगिरी की पहाड़ी
उदयगिरी की पहाड़ी मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के निकट स्तिथ है इनमे 21 गुफाये है जिनमे वैष्णवाद , शक्तिवाद , जैन धर्म और शेववाद की प्रतिमा है
इस गुफा का निर्माण 20 से 21 तक किया गया था इसका निर्माण शिलाओं को काटकर बनाया गया था . इन गुफा का निर्माण शिलालेखो पर किया गया था विदिशा का वेसनगर से होते हुए उदयगिरी जा सकते है .उदयगिरी की गुफा को निचेगिरी के नाम से भी जाना जाता है
- उदयगिरी गुफाये मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के निकट है
- इसमें कुल मिलाकर 21 गुफाये है
- इसमें वैश्व , दुर्गा , म्रत्कालाये , और जैन धर्म , शैवधर्म से सम्बंधित जानकारी मिलती है
- देखा जाता है की गुप्त वंश के चन्द्रगुप्त दुतीय के दुवारा उदयगिरी को संरक्षण प्राप्त था
- उदयगिरी का निर्माण 250 ई में शुरू हुआ था
- इसके बाद इसका निर्माण पूरा 410 ई में बनकर हुआ था
- मुख्यता इस गुफा की खोज अलेक्जेंडर कनिघम के दुवारा किया गया था
- इसकी खोज 1870 में की गई थी
- यह गुफा भिलसा से चार मील दूर बेतवा नदी के करीब स्तिथ है
- चन्द्रगुप्त के गुहलेख में उदयगिरी की गुफा का वर्णन किया गया है
- यहा की गुफा हिन्दू और जैन धर्म से सम्बन्धित है
- गुफा में पांचवी गुफा मूर्तिकला के लिए विशेष है
- मूर्तियों में विभिन्न पेराणीक कथाओं का उलेख है
- मूर्तिकला में 5 वी गुफा सबसे महत्वपूर्ण है यह गुफा वराह अवतार से सम्बंधित है
- छटी गुफा में दो द्वार पालो विष्णु , महिष - मदिनी एवं गणेश की मुर्तिया है
- तीसरी गुफा में कुमार गुप्त के शासन काल में शंकर नामक व्यक्ति का वर्णन है
- गुफा 10 में जैन तीर्थकार पार्श्वनाथ की मिर्तियो का उल्लेख है