गुप्त काल का इतिहास - मध्य प्रदेश - gupt kal madhya pradesh in hindi
दोस्तों में पिंकी पलाशिया [ pinky palashiya ] आपका MPGKEXAM.IN पर आपका स्वागत करती हु इस लेख में हम आपको गुप्त काल का इतिहास - मध्य प्रदेश - gupt kal madhya pradesh in hindi से सम्बंधित जानकारी को आप इस लेख में रखा है गुप्त काल से सम्बंधित प्रश्न अक्सर परीक्षा में पूछे जाते है .
गुप्त काल का इतिहास - मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश का भारत का हदय प्रदेश कहलाता है यहा पर अनेक राज वंश ने शासन किया है और मध्य प्रदेश का इतिहास ऐसा गोरव है जिसे आज भी लोहा माना जाता है मध्य प्रदश में भी अनेक राज्य और अनेक राज्यवंश ने भी यहा पर राज्य किया है उसमे गुप्त काल या गुप्त साम्राज्य का इतिहास चोवथी शताब्दि से लेकर आठवी शताब्दी तक उत्तरीय भारत में इनका शासन रहा था भारत में गुप्त काल का जो समय था उसे भारत के इतिहास में स्वर्ण युग कहा जाता है
क्यों की इस काल में सभी क्षेत्रो म बहुत ही विकास हुआ था और खास कर कला के क्षेत्र में अधिक विकास होने के कारण भारतीय इतिहास में इसे स्वर्ण युग भी कहा जता है
जब भारत में हूणों का आक्रमण हुआ तो इसके कारण ही गुप्त साम्राज्य का पतन हुआ था और व्ह्राज्य छोटे छोटे भाग्य में बाट गया था और इसके साथ ही मालवा के राजा यशोवर्मन ने ई सन 528 ई में हूणों को प्रभावित करते हुए उनका विस्तार को ख़त्म कर दिया था
- मध्य युगीन काल में राजपूत काल में 950 ई अव 1060 ई के दोरान मालवा पर परमार वंश का शासन रहा .
- बुंदेलखंड में चंदेल राजवंश का शासन रहा है
- परमार राजा भोज ने इन्दोर और धार पर राज्य किया
- मध्य प्रदेश में गुप्त काल का जो शासन काल था वह 240 ई से 590 ई तक का माना जाता है।
- मध्य प्रदेश में गुप्त काल की स्थापना श्री गुप्त के द्वारा की गई थी।
- मध्य प्रदेश में गुप्त काल से संबंधित शासक समुद्रगुप्त इसके शासनकाल में सिक्कों के साक्ष्य मध्य प्रदेश के एरण अवंती अनूप क्षेत्र से प्राप्त हुए हैं
चन्द्रगुप्त दुतीय
- चंद्रगुप्त द्वितीय ने उज्जैन शाखा के शक शासक रुद्रसिंह तृतीया को हराकर विक्रमादित्य की उपाधि धारण की थी
- चीनी यात्री फाहयान ने मालवा की जलवायु को सर्वश्रेष्ठ जलवायु बताया गया है या यू कहे कि विश्व की सर्वश्रेष्ठ जलवायु माना है
कुमार गुप्त
- कुमार गुप्त के शासन की जानकारी मंदसौर अभिलेख अशोकनगर से मिलती है
- भानु गुप्ता के शासन में सती प्रथा की जानकारी ऐरन अभिलेख से मिलता है।
मध्य प्रदेश में प्रमुख गुप्तकालीन अभिलेख की जानकारी
- मंदसौर अभिलेख रेशम बुनकर श्रेणी की जानकारी मिलती है इसमें सूर्य मंदिर का निर्माण का उल्लेख है इसे 10 पूरा अभिलेख के नाम से भी जाना जाता है इसमें रचना वत्स भट्टी से जानकारी प्राप्त हुई है।
- सांची अभिलेख बौद्ध उपासक सनसिद्ध की पत्नी हरि स्वामीनी द्वारा ककनाम सांची में आर्य संघ के दान दिए जाने का उल्लेख है
गुप्त काल के अन्य अभिलेख में
- तुमने अभिलेख अशोकनगर से प्राप्त हुए हैं
- सुपीय अभिलेख रीवा जिले से प्राप्त हुए हैं
- एरन अभिलेख सागर जिले से प्राप्त हुए हैं
मध्य प्रदेश में गुप्तकालीन मंदिरों की जानकारी
- नचला कुठार मंदिर पन्ना पार्वती जी का मंदिर है
- सुपीया अभिलेख रीवा जिले में है
- बुमराह मंदिर सतना जिले में शिव का मंदिर है
- तिग्बा का मंदिर कटनी जिले में है विष्णु जी का मंदिर है
- हिरण का मंदिर सागर जिले में विष्णु जी का है